सेक्सी बहन की गुलाबी चुत चोद कर मजा लिया – Bhai Behen ki Chudai

Sexylisa - Hindi Sex Story

Sex Story

Bhai Behen ki Chudai : दोस्तो, मेरा नाम राहुल है|आज मैं आपको एक सच्ची सेक्स कहानी सुना रहा हूं, जो मेरे साथ हुई थी|आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपने परिवार के बारे में बता देता हूं|मैं अपने मम्मी के साथ रहता हूँ|
घर में मेरी मां के अलावा मेरे दो भाई और दो बहनें हैं|

मैं सबसे छोटा भाई हूं| मुझसे छोटी एक बहन है|यह वर्जिन सिस्टर फक कहानी मेरी और मेरी छोटी बहन दिव्या की है|पहले मेरी बहन दिव्या के बारे में जान लीजिए|उसकी उम्र 16 साल है और वह अभी पढ़ाई कर रही है|

उसका फिगर 30-28-34 का है|उसका ये फिगर मुझे बाद में पता चला, जो मैं आपको आगे बताऊंगा|उसकी मोटी सी गांड देख कर किसी भी लड़के का मन उसे चोदने का करने लगेगा|मैं ज्यादातर घर से बाहर रहता हूं और घर पर कम ही जाता हूं|

पर मैं जब भी घर जाता हूं, अपनी बहन के साथ मस्ती करता रहता हूं|मैं उसके दूध दबाने के मौके ढूंढता रहता हूं|अब तक मैं अपनी छोटी बहन दिव्या के चूचे दबा भी चुका हूं|पर वह ये सब मस्ती समझकर इतना ध्यान नहीं देती थी|

Sex Story

अब मैंने ठान लिया था कि मैं उसे चोदकर ही रहूंगा|इसलिए मैंने एक तरकीब अपनाई|हमारा घर दो मंजिल का है| पहले माले पर 2 कमरे हैं| नीचे ग्राउन्ड फ्लोर पर मेरी मम्मी का कमरा है| उनके साथ मेरी एक बहन सोती है|

ऊपर वाले फ्लोर पर एक रूम में मेरे दोनों भाई और एक रूम में मैं और दिव्या सोते हैं|इस बार जब मैं घर पर गया था तो मैंने सोच लिया था कि इस बार तो कुछ करना ही है|

हम सब खाना खाकर अपने अपने कमरों में चले गए थे और सोने की तैयारी कर रहे थे|मैं भी हमेशा की तरह दिव्या के साथ में सो रहा था|एक घंटा बाद मेरी नींद खुल गई और अब मुझे नींद नहीं आ रही थी|वह मेरे बगल में चैन से सो रही थी|

मैंने धीरे से अपना एक हाथ उसके दूध पर रख दिया| देखने लगा कि वह मेरे हाथ का कुछ विरोध करती है या नहीं|पर वह गहरी नींद में थी और उसने कुछ भी रिएक्ट नहीं किया|इससे मेरी हिम्मत बढ़ गई|

अब मैं उसके और पास को होकर लेट गया|मैं धीरे धीरे उसके चूचे को दबाने लगा|शायद एक दो दफा मेरा हाथ कुछ ज्यादा जोर से दब गया था|तभी अचानक से दिव्या उठकर बैठ गई और पूछने लगी- भैया, ये क्या कर रहे हो?

शायद दिव्या थोड़ी भोली थी तो उसे इन सब बातों का पता नहीं था … या वह बन रही थी|इसलिए मैंने इसका फायदा उठाया और उससे कहा- मैं तुम्हें प्यार कर रहा हूं|दिव्या ने हंस कर कहा- ऐसे कैसे प्यार होता है?

उसकी हंसी देख कर मैंने दिव्या को अपने पास खींचते हुए उसके गालों पर पप्पी की और उसके बालों में हाथ घुमाने लगा|फिर मैंने प्यार से दिव्या से ‘आई लव यू’ कहा|वह मेरी आंखों में देखने लगी|मैंने दिव्या के माथे पर एक पप्पी की|

अब दिव्या ने भी मुझे ‘आई लव यू टू’ कहा|यह सुनकर मैंने दिव्या को अपनी बांहों में समेट लिया और धीरे धीरे दिव्या के बालों से होते हुए उसकी पीठ को सहलाने लगा|दिव्या ने उस वक्त पजामा टी–शर्ट पहना हुआ था|

कुछ देर सहलाने के बाद मैंने धीरे से अपना एक हाथ दिव्या की टी-शर्ट के अन्दर डाल दिया और उसकी मुलायम पीठ को महसूस करने लगा|मैं दिव्या को बार बार उसके माथे पर किस करता रहा और बार बार कहता रहा|

मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और तुम्हारे बिना नहीं रह सकता|दिव्या भी मेरा पूरा साथ दे रही थी और मेरे साथ बोल रही थी- मैं भी आपके साथ ही रहना चाहती हूं राहुल भैया!

मैंने उसकी टी-शर्ट के गले से झांक कर देखा तो पाया कि दिव्या ने काले रंग की ब्रा पहनी थी|मैं अपना एक हाथ अन्दर किए हुए था तो उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके चूचे दबाने लगा|शायद दिव्या इतनी भी नासमझ नहीं थी|

वह मेरे साथ मजा लेने लगी और उसने अपनी पीठ मेरी तरफ कर दी|मैं उसका इशारा समझ गया और मैंने उसकी टी-शर्ट और 30 साइज की ब्रा निकाल कर साइड में फेंक दी|

अब मैं दिव्या मेरे सामने ऊपर से पूरी नंगी थी और उसके गोल गोल मुलायम चूचे मेरे सामने थे|मैं उसके रसीले चीकुओं पर भूखे शेर की तरह टूट पड़ा|मैंने एक हाथ से एक चूचे को दबाना शुरू किया और दूसरे को मुँह में भरकर चूसने लगा|

Kirayedar Muslim Bhabhi Ko Choda – मुस्लिम भाभी की चुदाई की कहानी

Sex Story

दिव्या की कामुक सिसकारियां निकलने लगीं|मैं और जोर से उसके दूध दबाने और चूसने लगा|कभी मैं दाएं वाले को चूसता तो कभी बाएं वाले को|मैंने दिव्या के दोनों चीकू चूस चूसकर और दबा दबाकर एकदम लाल कर दिए|

उसके चूचों के पास मेरे दांतों के निशान बन गए थे|दिव्या अभी भी आंखें बंद किए बस सिसकारियां ले रही थी|मैं उसके चूचे दबाते हुए उसके चेहरे के पास आ गया और दिव्या को लिप किस करने लगा|दिव्या भी मेरा साथ दे रही थी|

हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को नोंच से रहे थे|इसी सबके बीच में मैंने अपनी भी टी-शर्ट निकाल फेंकी|अब मैं और दिव्या दोनों ऊपर से नंगे थे और एक दूसरे को बेतहाशा चूम रहे थे|

लगभग दस मिनट तक हम एक दूसरे को पागलों की तरह चूमते रहे|अब मैं उसे चूमते हुए धीरे धीरे नीचे आने लगा|दिव्या के चूचों को चूमते मसलते, दिव्या के पेट को चूमते हुए उसकी कमर पर आ गया|

मैंने दिव्या के पजामा के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाया और उसके पजामे को खींच कर निकाल दिया|अब दिव्या मेरे सामने सिर्फ एक काले रंग की पैंटी में थी|उसमें उसकी मोटी गांड कयामत ढा रही थी |

दिव्या की चूत भी मुझे अपनी ओर बुला रही थी|मैंने उसकी 34 की साइज की पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को चूसना शुरू कर दिया|तो दिव्या बिन पानी मछली की तरह तड़पने लगी और 5 मिनट में ही उसकी बुर से पानी निकल गया|

शायद ऐसा दिव्या के साथ पहली बार हुआ था|मैं दिव्या के बदन को ऊपर से लेकर नीचे तक चूमने लगा और वह बस लेटी हुई तड़प रही थी|वह इस सबका मजा ले रही थी|

फिर कुछ पल बाद मैंने दिव्या की पैंटी को भी खींच कर निकाल दिया और दिव्या को उसकी पैंटी दिखाकर सूंघने लगा, उस पर लगे दिव्या की चुत के रस को चाटने लगा|दिव्या भी हल्के से हंस दी|अब मैंने दिव्या की चिकनी चूत को देखा|

एकदम साफ़, बिना किसी झांट के बाल के उसकी गुलाबी चूत मुझे जन्नत के दरवाजे की तरह दिख रही थी|मैंने भी बिना देर किए दिव्या की चूत पर एक किस कर दिया|दिव्या इससे चिहुंक उठी और वह कसमसाने लगी|

मैंने मौके का फायदा उठाकर दिव्या की चूत को चाटना शुरू कर दिया और साथ में उसमें उंगली भी डालने लगा|
दिव्या जोर जोर से काम वासना भरी सिसकारियां लेने लगी और मेरे चेहरे को अपनी चूत में दबाने लगी|

अब वह बार बार बोल रही थी- आह और चाटो … आह ऊंह|करीब दस मिनट के बाद दिव्या का शरीर अकड़ने लगा तो मैं समझ गया कि यह झड़ने वाली है|अब मैंने और तेज तेज चाटना शुरू कर दिया|

इस बीच दिव्या ‘आह आह ऊंह’ करती हुई मेरे चेहरे पर झड़ गई और मैं दिव्या का सारा काम रस पी गया|दिव्या शांत हो गई और एकदम शांत हो चुकी थी|मैं दिव्या के काम रस को अपनी जीभ से साफ करता हुआ चाट रहा था|

कुछ देर बाद मुझसे रहा नहीं गया और मैंने अपना पजामा अंडरवियर दोनों को एक साथ निकाल दिया|मैंने अपना 6 इंच का फनफनाता हुआ लौड़ा दिव्या के चेहरे के सामने कर दिया|

दिव्या भी इसी का इंतजार कर रही थी, उसने लपकर मेरा लंड अपने हाथ में भर लिया और उसे अपने मुँह के अन्दर तक लेकर चूसने लगी|वह किसी पॉर्न एक्ट्रेस से कम नहीं लग रही थी|

मेरी बहन कभी मेरे टट्टों को चूसती, तो कभी मेरे लौड़े को हिलाकर अपने मुँह में ले लेती और फिर से लंड चूसने लगती|मैं तो जैसे सातवें आसमान में था और आंख बन्द करके बस इस सबका मजा ले रहा था|

मैंने दिव्या के बाल पकड़कर अपना लौड़ा उसके गले तक उतार दिया और उसके मुख को चोदने लगा|एक बार तो दिव्या की सांस रुकने को हुई, पर मैं अपनी धुन में मस्त बस उसके मुँह को चोदने में लगा था|

करीब 5 मिनट की चुसाई के बाद मैं झड़ने को हुआ और मैंने अपना सारा माल़ अपनी बहन दिव्या के मुँह में निकाल दिया|
मेरी बहन दिव्या भी अपने भाई के लंड का रस खुशी खुशी पूरा पी गई|

दिव्या का मुँह मेरे वीर्य से भर गया था, उसने मुझे अपना मुँह दिखाते हुए सारा माल खा लिया|अब दिव्या के चेहरे पर एक हल्की मुस्कान दिख रही थी और उसकी आंखों में हवस नजर आ रही थी|

ऐसा लग रहा था मानो वह कह रही हो- आओ भाई अब बस मुझे चोद दो|अब हम दोनों 69 की अवस्था में आ गए|मैं उसकी चूत चाट रहा था और दिव्या मेरा लंड चूस रही थी|

Sex Story

दिव्या ने चूस चूस कर मेरा लौड़ा खड़ा कर दिया|अब वह लंड को खुद से अपने गले तक लेने लगी थी|मैं भी दिव्या की चूत को जोर जोर से चाट रहा था और उसमे साथ साथ उंगली भी कर रहा था|दिव्या एक बार झड़ चुकी थी, पर मैं फिर भी उसे चाटने में लगा हुआ था|

मैं झड़ने को हुआ और दिव्या भी एक बार फिर से झड़ने वाली थी|हम दोनों ने चूसने की स्पीड बढ़ा दी और दोनों एक दूसरे के मुँह में झड़ गए और एक दूसरे का काम रस पी गए|अब हम दोनों थोड़े थक गए थे और एक दूसरे के पास नंगे लेटे रहे|

लगभग 15 मिनट के बाद मैंने दिव्या को फिर से किस करना शुरू कर दिया|दिव्या भी फिर से कामुक होने लगी|मैंने उसे मेरा लंड खड़ा करने के लिए कहा और वह बिना कुछ कहे उसे चूसकर खड़ा करने लगी|लौड़ा फिर से तन कर सलामी देने लगा|

मैंने दिव्या को बेड पर धक्का देकर चित लेटा दिया और अपना लौड़ा उसकी चूत पर सैट कर दिया|वह सुपारे से चुत की खुजली मिटाने लगी|उसी समय मैंने एक धक्का दे मारा|पर मेरा लौड़ा पहली बार में फिसल गया|

अब मैंने अपने लौड़े पर थोड़ा थूक लगाया, उसकी चूत में तीन उंगलियां डालकर अन्दर बाहर की और चूत को थोड़ी ढीली कर दिया|मैंने पुनः अपने लौड़े को दिव्या की चूत पर सैट किया और एक धक्का दे मारा|

इस बार मेरा आधा लंड दिव्या की चूत के अन्दर घुस गया था|दिव्या की सील टूट चुकी थी; उसकी चूत से हल्का हल्का खून आने लगा था|मेरी मासूम बहन की आंखों से आंसू बह रहे थे और वह मुझे अपने से दूर करने के लिए जोर लगा रही थी|

वह दर्द से रो रही थी और कह रही थी- भैया, मुझे नहीं करना, मुझे छोड़ दो … बहुत दर्द हो रहा है|मैं थोड़ा सा रुका और उसे किस करने लगा|जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने एक जोरदार धक्का दे मारा |

इस बार मेरा 6 इंच का लंड उसकी चूत में समा चुका था|मैं थोड़ी देर रुका और फिर से दिव्या को किस करने लगा|अब मैं दिव्या के दर्द को कम होने का इंतजार करने लगा|

थोड़ी देर में दिव्या अपनी गांड को मेरे लंड की तरफ धकेलने लगी तो मैं समझ गया कि इसका दर्द कम हो गया है|मैं भी अब दिव्या की चूत में लंड को आगे पीछे चलाने लगा|

दिव्या वासना भरी सिसकारियां ले रही थी- आह ऊंह ऊंह और जोर से चोदो राहुल आह!उसकी इन आवाजों से मुझमें भी जोश बढ़ गया और मैंने दिव्या के दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख कर जोर जोर से उसे चोदने लगा|

दिव्या की मदभरी सिसकारियां अब तेज हो गई थीं और वह चिल्लाने लगी थी- आह ओह … मर गई भाई … आह आह ऊंह!मैं किसी जानवर की तरह दिव्या को चोदे जा रहा था|कुछ देर बाद मैं दिव्या के ऊपर झुक गया |

उसे किसी कुत्ते की तरह जोर जोर से चोदने लगा|मेरा लंड उसके पेट तक जा रहा था|दिव्या पूरी तरह से हिल रही थी और साथ में ‘ चोद भाई … आह आह ऊंह ऊंह’ कर रही थी|दिव्या की सिसकारियां तेज़ होने लगीं|

उसका शरीर अकड़ने लगा तो मैं समझ गया कि दिव्या झड़ने वाली है|दिव्या की चूत मेरे लंड पर कसने भी लगी थी|मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी और दिव्या झड़ गई|मेरा लंड दिव्या के चूत के पानी से सन गया|पर मैं अभी भी उसे चोदने में लगा था|

रंडी ने बाप बेटी की चुदाई करवा दी – Baap Beti Ki Chudai

Sex Story

दिव्या की चूत गीली होने से अब फच्छ फच की आवाज पूरे कमरे में गूंजने लगी थी|कुछ देर बाद मेरा भी पानी निकलने को हुआ|मैंने दिव्या को ऊपर उठा लिया और उसे खड़े खड़े चोदने लगा|

मैंने थोड़ी देर में उसके अन्दर ही अपना सारा रस निकाल दिया और उसे अपने साथ लेकर बेड पर लेट गया|वर्जिन सिस्टर फक में हम दोनों बुरी तरह थक चुके थे|दिव्या की चूत से मेरा और दिव्या का दोनों का काम रस बाहर निकल रहा था|

मेरी बहन की चूत फूल कर पकौड़ा हो चुकी थी और वह दर्द से कराह रही थी|पर साथ ही साथ दिव्या के चेहरे पर चुदाई की संतुष्टि भी थी|हम दोनों कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे|फिर मैंने उसे एक दर्द की गोली लाकर दी|

दिव्या से चला भी नहीं जा रहा था|मैं उसे उठाकर बाथरूम में ले गया|उधर उसकी चूत साफ की और वहां भी दिव्या को एक बार चोदा|फिर रूम में आकर उसे कपड़े पहना कर और खुद कपड़े पहनकर हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे और एक दूसरे से लिपटकर सो गए|यह भाई बहन की वर्जिन सिस्टर चुदाई कहानी आपको कैसी लगी, प्लीज बताएं|

अगर कहानी पसंद आई हो तो अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करें। हमारी वेबसाइट sexylisa.in आपके लिए ऐसी ही मजेदार चुदाई की कहानियां लाती रहेगी।

 

 

Previous Article

सगे भाई से नाजायज रिश्ता बना के चुदी – Bhai Bahan Ki Chudai

Next Article

सगी बहन को चोद कर उसकी चुत सुजा दी – Bhai Bahan Ki Sex Story

Write a Comment

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Subscribe to our Newsletter

Subscribe to our email newsletter to get the latest posts delivered right to your email.
Pure inspiration, zero spam ✨