दिन में भैया रात को सैंया- Bhai Behen ki Chudai

Sexylisa - Hindi Sex Story

Sex Story

Bhai Behen ki Chudai : नमस्कार दोस्तों ये कहानी मेरी और मेरी सहेली के भैया के बिच चुदाई की है |भइया भइया बोलते कब सैंया बन गए जाने इस कहानी में | मेरे 12वीं के एग्जाम नजदीक आने वाले थे और मैं बहुत घबराई हुई थी |

क्योंकि मैंने इस वर्ष अच्छे से पढ़ाई नहीं की थी, मुझे यह डर था कि यदि मेरे कम नंबर आए तो मुझे पापा और मम्मी दोनों की ही डांट खानी पड़ेगी इसलिए मैं बहुत ज्यादा घबराई हुई थी।

मेरी बचपन की सहेली शीतल को मैंने जब फोन किया तो मैंने शीतल से कहा एग्जाम नजदीक आने वाले हैं मुझे बहुत डर लग रहा है।शीतल कहने लगी कि तुम टेंशन मत लो सब हो जाएगा |

मैंने उसे कहा लेकिन इस बार तुम्हें पता ही है कि मैं अच्छे से पढ़ ही नहीं पाई मेरी तबीयत भी खराब है और उसके बाद सब कुछ इतनी जल्दी से निकल गया कि कुछ मालूम ही नहीं पड़ा |

अनचुदी दुल्हन की प्यास जेठ जी ने बुझाई – Antarvasna Sex Story

Sex Story

शीतल मुझे कहने लगी तुम पढ़ने में बचपन से ही अच्छी हो तुम बिल्कुल भी घबराओ मत तुम इस बार भी अच्छे नंबरों से पास हो जाओगी।मुझे बहुत ज्यादा टेंशन थी|

इसलिए शीतल ने उस वक्त मेरी मदद की शीतल के भैया जिनका नाम उमेश हैवह कॉलेज में प्रोफेसर हैं उन्होंने मुझे कहा कि यदि तुम्हें कोई भी मदद चाहिए तो उमेश भैया से मदद ले सकती हो |

उमेश भैया भी तुम्हारी मदद जरूर कर देंगे मैंने भी सोचा कि चलो उमेश भैया से ही मदद ले ली जाए |मैं शीतल के घर चली गई और मैंने जब उमेश भैया को यह बात बताई |

तो वह कहने लगे तुम फिकर मत करो सब कुछ ठीक हो जाएगा और तुम्हारी तैयारी मैं बहुत ही अच्छे से करवा दूंगा।उन्होंने जब मुझे हिम्मत दिलाई तो |

मैंने भी तैयारी शुरू कर दी मुझे कोई भी परेशानी होती तो मैं उमेश भैया से पूछ लिया करती और उन्होंने मेरा बहुत सपोर्ट किया जब परीक्षा आने वाली थी तो उन्होंने मुझे कहा था।

कि तुम बिल्कुल भी घबराना मत तुम अच्छे नंबरों से पास हो जाओगी।शीतल भी पढ़ने में पहले से ही अच्छी है और मुझे पता था कि वह तो पास हो ही जाएगी और उसके अच्छे नंबर भी आएंगे।

क्योंकि उसके और मेरे बीच हमेशा कंपटीशन रहता था किसी वर्ष मैं ज्यादा नंबर ले आती थी और किसी और वह ज्यादा नंबर ले आती थी लेकिन इस बार मेरी तबीयत खराब हो चुकी थी ।

इस वजह से मैं काफी समय तक पढ़ाई नहीं कर पाई जब मैं अपने पहले एग्जाम में बैठी हुई थी तो मुझे बहुत डर लग रहा था लेकिन जब मेरा वह एग्जाम अच्छा हो गया तो उसके बाद मेरे सारे एग्जाम अच्छे हुए मुझे भरोसा था ।

कि मैं पास हो जाऊंगी मेरे अच्छे नंबर भी आ जाएंगे।शीतल ने मुझसे पूछा कि तुम्हारा एग्जाम कैसे हुए तो मैंने उसे बताया कि मेरे एग्जाम तो बहुत अच्छे हुए है और इस वर्ष मैं पास भी हो जाऊंगी और लगता है।

अच्छे नंबर भी आ जाएंगे यह सब उमेश भैया की वजह से ही संभव हो पाया है नहीं तो इस वर्ष मैं पढ़ाई भी नहीं कर पाई थी लेकिन उमेश भैया ने मेरी बहुत मदद की शीतल कहने लगी इसमें मदद वाली क्या बात है यह सब तुम्हारी ही मेहनत है।

जिस दिन हमारा आखरी एग्जाम था उस दिन मैं जल्दी घर चली गई थी तो उमेश भैया का फोन आया और वह मुझसे पूछने लगे तुम्हारे सारे एग्जाम तो अच्छे हुए? मैंने उन्हें कहा हां मेरे सारे एग्जाम अच्छे हुए तो वह कहने लगे ।

अब तुम चिंता मत करो तुम अच्छे नंबरों से पास हो जाओगी। जिस दिन मेरा रिजल्ट था उस दिन मुझे टेंशन हो रही थी परंतु जब मैंने देखा तो मेरे अच्छे नंबर आए थे मैं बहुत ज्यादा खुश हो गई ।

मैंने तुरंत ही शीतल को फोन किया शीतल से मैंने उसके नंबर पूछे शीतल कहने लगी मेरे भी अच्छे नंबर आए हैं और हम दोनों ही पास हो चुके थे, उमेश भैया का भी मुझे फोन आया और उन्होंने मुझे बधाई दी वह कहने लगे।

शीतल ने मुझे बताया कि तुम पास हो चुकी हो।मैंने उन्हें कहा हां भैया आप की वजह से ही मैं पास हुई हूं और मेरे अच्छे नंबर आए हैंवह कहने लगे इसमें भला मैंने क्या किया यह तो सब तुम्हारी वजह से संभव हो पाया है।

घर में भी सब लोग बहुत खुश थे क्योंकि घर में मैं ही बड़ी हूं इसलिए मेरे पापा ने उस दिन हमारे आस पड़ोस में मिठाइयां बांटी मेरे नंबर भी काफी अच्छे आए थे जिससे कि मेरे मम्मी पापा भी बहुत ज्यादा खुश थे।

सेक्सी अम्मी के हुस्न का जलवा part 1 – Muslim Sex

Sex Story

मैं आगे पढ़ना चाहती थी इसके लिए मैंने कॉलेजों में फॉर्म भर दिए थे लेकिन मुझे नहीं पता था कि कौन से कॉलेज में मेरा सिलेक्शन होगा मेरे नंबर तो अच्छे थे परंतु मुझे चिंता थी कि जिस कॉलेज में मैं चाहती हूं|

क्या उस कॉलेज में मेरा दाखिला हो पाएगा इसी बीच शीतल के पापा का भी ट्रांसफर हो गया और वह ठाणे चले गए शीतल ने भी मेरे साथ कुछ कॉलेजों में फॉर्म भरे थे |

लेकिन जब उसने मुझे बताया कि वह शायद अब यहां नहीं पढ़ पाएगी क्योंकि उसको पापा मम्मी के साथ ठाणे ही रहना पड़ेगा।मैंने उसे कहा लेकिन तुम यहीं पढ़ लो, वह कहने लगी नहीं पापा ने मुझे कहा है |

कि तुम ठाणे में ही पढ़ाई करना और वही कोई कॉलेज देख लो इसीलिए मैंने भी वहां के कॉलेज में फॉर्म भर दिए हैं देखते हैं कौन से कॉलेज में मेरा भी सिलेक्शन होता है। अब मैं अकेली पड़ चुकी थी |

क्योंकि शीतल भी ठाणे जाने वाली थी, मेरा मुंबई के कॉलेज में सिलेक्शन हो गया और मैं जिस कॉलेज में चाहती थी उसी कॉलेज में मेरा दाखिला हुआ मैंने वहां एडमिशन ले लिया था और शीतल ने भी ठाणे में एडमिशन ले लिया था।

हम दोनों की फोन पर बातें हो जाया करती थी लेकिन शीतल मुंबई अब कम ही आती थी वह एक आध महीने में कभी-कबार मुंबई आ जाया करती थी। मेरा पहला वर्ष भी अच्छे से निकल गया |

कभी कबार मुझे उमेश भैया भी फोन कर दिया करते थे और हमेशा कहते कि जब भी तुम्हें जरूरत हो तो तुम मुझे फोन कर दिया करो लेकिन मेरी भी उनसे मुलाकात कम ही हो पाती थी |

उमेश भैया दिल के बहुत ही अच्छे हैं और मैं शीतल को बहुत मिस किया करती थी जब भी वह मुंबई आती तो हम दोनों उस दिन खूब इंजॉय किया करते।मेरा पहला वर्ष भी अच्छे से क्लियर हो चुका था |

अब मैं अपने कॉलेज के दूसरे वर्ष में आ चुकी थी लेकिन अब मुझे चिंता हो रही थी कि मैं आगे की पढ़ाई कैसे करूंगी क्योंकि हमारा कॉलेज का सिलेबस भी बहुत ज्यादा टफ था और मुझे अपनी तैयारी अच्छे से करनी थी |

इसके लिए एक दिन मैंने उमेश भैया को फोन किया तो वह कहने लगे हां शगुन मैं तो कहीं काम से बाहर गया हुआ हूं कुछ दिनों बाद मैं घर लौट आऊंगा तो तुम मुझे मिलना।मैंने उमेश भैया को कहा ठीक है|

भैया जब आप घर आए तो मुझे बता दीजिएगा। उस दिन मेरी शीतल से भी बहुत देर तक फोन पर बात होती रही मैंने शीतल से कहा यार इस वर्ष तो बहुत ज्यादा टफ सिलेबस है मुझे तो लगा था |

कि जैसे कॉलेज के पहले साल में सब कुछ अच्छे से हो गया था इस वर्ष भी हो जाएगा लेकिन इस वर्ष तो बहुत ही ज्यादा टफ सिलेबस है इसलिए मैंने उमेश भैया को फोन किया था लेकिन भैया शायद कहीं गए हुए थे।

शीतल कहने लगी हां भैया अपने किसी प्रोजेक्ट के सिलसिले में दूसरे कॉलेज गए हुए हैं और शायद कुछ दिनों बाद लौट जाएंगे मैंने शीतल से कहा हां मैंने भैया से कह दिया था भैया ने कहा था |

कि मैं जैसे ही वापस लौटूंगा तो मैं तुम्हें फोन कर दूंगा। कॉलेज में मेरे कुछ गिने चुने ही दोस्त है मैं ज्यादा लोगों से कुछ संपर्क नहीं रखती थी मैं जब भी अपने कॉलेज जाती तो मुझे सिर्फ पढ़ाई से मतलब रहता था |

मैं सीधे घर आ जाती थी।उमेश भैया भी वापस आ चुके थे और उन्होंने मुझे फोन करके कहा कि मैं आ चुका हूं मैंने भैया से कहा भैया मैं जिस दिन मैं आपसे मिलने आउंगी उस दिन मैं आपको फोन कर दूंगी |

वह कहने लगे ठीक है तुम मुझे फोन कर देना। मैं कुछ समय बाद उमेश भैया को मिलने के लिए घर पर चली गई, मैं जब उनसे मिलने के लिए घर पर गई तो उस दिन वह घर पर ही थे।

वह मुझे कहने लगे आओ शगुन काफी समय बाद तुम घर पर आई हो मैं तुम्हारे लिए चाय बना देता हूं। मैंने उमेश भैया से कहा नहीं भैया आप बैठी जाईए मै आपके लिए चाय बना देती हूं।

सेक्सी अम्मी के हुस्न का जलवा part 2 – Muslim Sex

Sex Story

मैंने उनके लिए चाय बना दी हम दोनों साथ में बैठकर चाय पीने लगे। वह मुझसे कहने लगे तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है मैंने उन्हें कहा बस पढ़ाई तो ठीक ही चल रही है।हम दोनों साथ में बैठे हुए थे|

हम दोनों ने चाय पी ली थी और एक साथ एक सोफे पर बैठ गए। मैंने उस दिन टाइट जींस और टीशर्ट पहनी हुई थी, मैं उनसे बिल्कुल चिपक कर बैठ गई और वह मुझे पढ़ाने लगे। वह मुझसे कहने लगे तुम्हें क्या दिक्कत आ रही है।

मैंने कभी भी उमेश भैया के बारे में ऐसा नहीं सोचा था लेकिन मेरी जवानी भी पूरी तरीके से चरम सीमा पर पहुंच चुकी थी। उमेश भैया ने अपने हाथों को मेरे स्तनों पर फेरना शुरू किया मेरा जोशी बढने लगा।

वह मेरे स्तनों पर अपने हाथो को फेरने लगे मुझे भी बड़ा मजा आता। मै कंट्रोल से बाहर हो गई मैंने उनके होठों को चुसना शुरू किया।मैंने जैसे ही उनके होठों को चुमा तो उन्हें भी अच्छा लगा|

उन्होंने मेरी टीशर्ट को उतार दिया। वह मेरे स्तनों को अपने हाथों से दबाने लगे और मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया मेरे स्तनों का जमकर रसपान किया। जब उन्होंने मेरी जींस को उतारा |

तो उन्होंने मेरी योनि को भी काफी देर तक चाटा जैसे ही उन्होंने अपने मोटे लंड को मेरी योनि पर रगडना शुरू किया तो मैं उत्तेजीत हो गई। मुझे बहुत दर्द महसूस होने लगा मेरी योनि से खून बहने लगा|

लेकिन वह जिस तेजी से मुझे चोद रहे थे मुझे भी बहुत अच्छा महसूस हो रहा था। मैं भी उनका पूरा साथ दे रही थी जैसे ही उनका वीर्य मेरी योनि के अंदर प्रवेश हो गया तो मुझे बहुत ही अच्छा महसूस हुआ।

हम दोनों को एक दूसरे को देखकर शर्म आने लगी थी लेकिन अब हमारे बीच में यह सब हो चुका था मेरी सील उमेश भैया ने तोड दी थी। उस दिन मै पढ़ाई भी ना कर सकी और घर चली गई |

लेकिन जब भी मैं उमेश भैया से कुछ पूछने जाती तो वह मुझे चोदा करते।अगर कहानी पसंद आई हो तो अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करें। हमारी वेबसाइट sexylisa.in आपके लिए ऐसी ही मजेदार चुदाई की कहानियां लाती रहेगी।

New Sex Stories

 

Previous Article

मेरी चूत और गांड का प्यासा छोटा भाई – Bhai Behen ki Chudai

Next Article

दिल्ली होटल में भाई बहन ने पलंग हिलाया – Bhai Behen ki Chudai

Write a Comment

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Subscribe to our Newsletter

Subscribe to our email newsletter to get the latest posts delivered right to your email.
Pure inspiration, zero spam ✨